Janta darbar24 आमला से कमलेश माकोड़े की रिपोर्ट
बैंक ऑफ इंडिया आमला शाखा की नई पहल—ज़रूरतमंदों के बीच राहत सामग्री वितरित कर निभाया सामाजिक दायित्व
“रिलेशनशिप बियॉन्ड बैंकिंग” को किया साकार, दिल जीता लोगों का
आमला- बैंकिंग केवल लेन-देन का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से जुड़ने और उसके प्रति उत्तरदायी बनने का नाम है। इस सोच को साकार करते हुए बैंक ऑफ इंडिया, आमला टाउन शाखा ने एक अनूठी सामाजिक पहल की मिसाल पेश की। बैंक के सभी स्टाफ सदस्यों ने मिलकर एक सामूहिक सेवा कार्य के अंतर्गत दिव्यांगजन, वृद्धजनों, निराश्रित महिलाओं और स्थानीय अनाथालय के निवासियों को आर्थिक सहायता स्वरूप आवश्यक खाद्य सामग्री एवं दैनिक उपयोग की वस्तुएं प्रदान कीं।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत फल, अनाज, चावल, दाल, तेल, चीनी एवं अन्य रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं, जिससे जरूरतमंद परिवारों को कुछ राहत मिल सके। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के उन वर्गों तक मदद पहुंचाना था जो अक्सर मुख्यधारा से दूर रह जाते हैं।
शाखा प्रबंधक प्रीति जी ने निभाई नेतृत्व भूमिका
इस सेवा कार्य का नेतृत्व शाखा प्रबंधक श्रीमती प्रीति जी ने किया। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया का उद्देश्य केवल वित्तीय सेवाएं देना नहीं है, बल्कि सामाजिक सरोकारों को भी मजबूती से निभाना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस तरह की सहायता हर वर्ष की जाएगी और जरूरतमंदों के साथ बैंक का यह संबंध स्थायी रहेगा।
कार्यक्रम में मौजूद रहे बैंक के अधिकारी और ग्राहक
इस अवसर पर सहायक प्रबंधक श्री अश्विनी , कैशियर श्री राजेश बाबू, श्री अभिलाष , श्री सनी चौहान, श्री मनोज वाधवा, श्री कृष्णा सोनी सहित बैंक के सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। साथ ही बैंक के कई सम्माननीय ग्राहक भी इस आयोजन में शामिल हुए और इस पहल की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन श्री मनोज वाधवा द्वारा किया गया, जिन्होंने अपने प्रभावशाली शब्दों के माध्यम से इस आयोजन के उद्देश्य, महत्व और बैंक की प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया। उन्होंने उपस्थित ग्राहकों से बैंक ऑफ इंडिया के साथ हमेशा जुड़े रहने का आग्रह किया और उन्हें बैंक द्वारा दी जा रही विभिन्न सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी।
संबंध, सेवा और संवेदनशीलता—यही है बैंक ऑफ इंडिया की पहचान
बैंक ऑफ इंडिया की टैगलाइन “रिलेशनशिप बियॉन्ड बैंकिंग” को इस कार्यक्रम ने जीवंत रूप से दर्शाया। यह केवल एक सेवा कार्य नहीं था, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव और मानवीयता की मिसाल भी थी। बैंक ने यह सिद्ध किया कि वित्तीय संस्थाएं भी संवेदनशील हो सकती हैं और समाज के कमजोर वर्गों के लिए मजबूत सहारा बन सकती हैं।
कार्यक्रम के अंत में शाखा प्रबंधक श्रीमती प्रीति ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि बैंक ऑफ इंडिया आमला शाखा भविष्य में भी इसी भावना के साथ समाज की सेवा करता रहेगा।
