

बैतूल
रिश्ते में लगने वाले भतीजे ने चाची को उतारा मौत के घाट
मुलताई पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खलाशा और आरोपी को किया गिरफ्तार, न्यायालय में किया पेश
आरोपी भतीजे ने जादू टोने की बात को लेकर,चाची को पत्थर से कुचलकर कुएं में फेंका

बैतूल_ दिनांक 28.07.2024 को फरियादिया रामराव उर्फ गुड्डू पिता रामशा कुमरे उम्र 32 साल
नि.ग्राम माजरी थाना मुलताई ने रिपोर्ट किया कि उसकी पत्नि सुनंदा कुमरे जो कि गांव में आंगनवाडी सहायिका भी है, दिनांक 27.07.2024 दोपहर करीबन 12.30 बजे खेत में निंदाई करने के लिये गयी थी जो शाम तक वापस नही आयी तो अपने भतिजा सोहन के साथ खेत में जाकर तलाश किया तो रात करीबन 09.30 बजे अपने भाई श्यामू के खेत के कुआं में पत्नि की लाश मिली जिसके सिर पर और गाल पर गहरे पर चॉट निशान है, फरियादी की रिपोर्ट पर मर्ग पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया है। दौराने मर्ग जांच मृतिका के शव का पोस्टमार्डम कराया गया, पीएम रिपोर्ट प्राप्त की गई जिसमें मृतिका को आयी चोंटे हत्यात्मक होना पायी गयी। मर्ग जांच पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 103(1), 238 भारतीय न्याय संहिता का पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया।

प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पत्तारशी हेतू टीम गठित कि गयी, मृतिका के पति रामराव एवं साक्षीयों से पुछताछ की गई, जिन्होंने बताया कि गांव में उनके कुटुंब परिवार के दशरथ पिता धरमसिंग कुमरे से उनका विवाद पिछले एक दो साल से चला आ रहा है, संदेही दशरथ पिता धरमसिंग कुमरे उम्र 35 साल निवासी ग्राम माजरी थाना मुलताई से गहनता व हिकमत अमली से पुछताछ की गई जिसने बताया कि पिछले एक दो साल से उसके परिवार में हमेशा किसी न किसी सदस्य की हमेशा तबियत खराब रहती थी, जिसके कारण वह बहुत परेशान हो गया था, उसे यह शंका थी कि कुटुंब परिवार की सुनंदा कुमरे जो कि उसकी काकी लगती है के द्वारा जादू टोना किया जा रहा है। घटना दिनांक 27.07.2024 को जब सुनंद। उसके खेत में अकेली निंदाई कर रही थी तो उसके पास गया और जादू टोना करने की बात को लेकर पत्थर से उसके सिर पर वार किया जिसके कारण वह अधमरी हो गयी तो उसे उठाकर पास ही कुआं में ले जाकर फेंक दिया। आरोपी के निशादेही पर घटना स्थल से घटना में प्रयुक्त पत्थर जप्त किया गया। आरोपी दशरथ पिता धरमसिंग कुमरे को गिरफ्तारी किया गया जिसे न्यायालय पेश जावेगा।

उक्त उल्लेखनीय कार्यवाही में श्री राजेश सातनकर थाना प्रभारी मुलताई, उपनिरी बसंत अहके चौकी प्रभारी मासोद, प्रआर, रामकृष्ण सिलारे, आरक्षक शिवराम परते, आरक्षक मेहमान कवरेती, आरक्षक गोपाल परमार, आर चालक सेवाराम पवार की महत्वपुर्ण भूमिका रही।
