Janta darbar24 आमला से कमलेश माकोड़े की रिपोर्ट
जन सेवा कल्याण समिति ने नगर पालिका से शव फ्रीजर और अन्य सामग्री के लिए उपयुक्त स्थान की मांग की
आमला। जन सेवा कल्याण समिति ने नगर पालिका के सीएमओ, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को एक आवेदन सौंपा है, जिसमें शव फ्रीजर और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री रखने के लिए एक उपयुक्त स्थान प्रदान करने की मांग की गई है। समिति अध्यक्ष राहुल ढेंडे ने बताया कि उनके पास दो शव फ्रीजर, ऑक्सीजन किट, व्हीलचेयर, बेड सहित अन्य चिकित्सा सामग्री उपलब्ध है, लेकिन वर्तमान में इन सामग्रियों को सुरक्षित रूप से रखने के लिए कोई निश्चित स्थान नहीं है। इससे शव फ्रीजर के रखरखाव और अन्य सामग्रियों के उचित प्रबंधन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

छह माह से लंबित है मांग
समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि इससे पहले भी छह महीने पूर्व इस संबंध में नगर पालिका को आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। इससे आम नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में असुविधा हो रही है। समिति ने नगर पालिका अधिकारियों से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द उन्हें एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे इन सुविधाओं को सुचारू रूप से संचालित कर सकें। साथ ही, समिति ने यह भी आश्वासन दिया है कि यदि प्रशासन को भविष्य में इस स्थान की आवश्यकता होगी, तो वे तत्काल इसे खाली कर देंगे।
नगरपालिका का आश्वासन
जन सेवा कल्याण समिति द्वारा दिए गए आवेदन पर नगर पालिका अध्यक्ष एवं अधिकारियों ने जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।
नितिन गाडरे, अध्यक्ष, नगर पालिका आमला ने कहा— “एक माह के भीतर जन सेवा कल्याण समिति को शव फ्रीजर और अन्य सामग्री रखने के लिए उपयुक्त स्थान दिया जाएगा।”
प्रकाश देशमुख, प्रभारी सीएमओ, नगरपालिका आमला ने कहा— “जल्द ही डी फ्रीजर सहित अन्य सामग्री रखने के लिए समिति को उचित स्थान प्रदान किया जाएगा।”
आवेदन सौंपते समय समिति के सदस्य उपस्थित
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष राहुल ढेंडे, अनिल सोनपुरे, नितिन ठाकुर, अमित यादव, अनिल सोनी, बंटी प्रजापति, यश कारले सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
समाज सेवा की दिशा में पहल
जन सेवा कल्याण समिति आमला द्वारा इस प्रयास से नगर के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं में राहत मिलेगी। शव फ्रीजर, ऑक्सीजन किट, व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं जरूरतमंद लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। यदि प्रशासन शीघ्र निर्णय लेता है, तो यह समाजसेवा के क्षेत्र में एक बड़ा सकारात्मक कदम होगा।
